लाॅरेंस बिश्नोई के अपराधिक साम्राज्य को जल्द कुचला जाए: राजू आर्य
केसरिया हिन्दुस्तान मोहित यादव लव
उत्तर प्रदेश। अवैध वसूली के कारोबार में भय और आतंक का पर्याय बने लॉरेंस बिश्नोई के अपराधिक इतिहास से संबंधित जानकारी देते हुए कट्टर हिंदूवादी एवं प्रसिद्ध सनातनी विचारक, किसान नेता रंजीत कुमार उर्फ राजू आर्य ने मिडिया को बताया है कि अपराधिक दुनिया का सरगना, धमकी के बल पर अवैध वसूली व हत्याकांड कराने वाले लॉरेंस बिश्नोई का कड़वा सत्य तो यह है कि वह कहीं ना कहीं से ताकतवर स्तंभ द्वारा पोषित गैंगस्टर है,और वह जेल में बैठकर किसी पैरलर सरकार की तरह देश और विदेश के अपराध जगत पर बादशाहत कर रहा है। चुनौती पूर्ण मशला तो यह है कि ऐसे खूंखार अपराधियों के अवैध कारोबार पर लगाम न लगा पाना सरकारों की विफलता मानी जाती है, जिससे वर्तमान सरकार भी अपने आप को पाक – साफ नहीं कह सकती।
उन्होंने आगे बताया है कि गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई वर्तमान में गुजरात की साबरमती जेल में बंद है और वहीं से वो अपनी गैंग चला रहा है। इसी गैंग ने एनसीपी नेता और महाराष्ट्र सरकार के मंत्री रहे बाबा सिद्दीकी की हत्या की जिम्मेदारी ली है। कभी कॉलेज के राउडी रहे लॉरेंस बिश्नोई ने अपनी 700 शूटरों की फौज खड़ी कर ली है।
पुलिस कॉन्स्टेबल के बेटे ने कैसे खड़ा किया बिश्नोई गैंग?
श्री आर्य ने जानकारी दी है कि मुंबई में एनसीपी नेता और महाराष्ट्र सरकार के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद लॉरेंस की ओर से धमकी दी गई है कि सलमान खान और दाऊद गैंग की मदद करने वाले अपना हिसाब-किताब रखें।
उन्होंने यह भी बताया है कि लॉरेंस बिश्नोई का जन्म पंजाब के फिरोजपुर जिले में हुआ था। उसके पिता हरियाणा पुलिस में कॉन्स्टेबल थे। हालांकि बाद में उन्होंने पुलिस की नौकरी छोड़कर खेती शुरू की। लॉरेंस ने 12वीं तक की पढ़ाई अबोहर जिले से की, इसके बाद आगे की पढ़ाई चंडीगढ़ के डीएवी कॉलेज से की,यहां लॉरेंस को पॉलिटिक्स में दिलचस्पी हुई और वो स्टूडेंट पॉलिटिक्स में शामिल हुआ।
यूनिवर्सिटी में बिश्नोई की दोस्ती गोल्डी बराड से हुई
उन्होंने कहा है कि यही वो समय था, जब लॉरेंस बिश्नोई अपने दोस्त गोल्डी बराड़ के संपर्क में आया। जब लॉरेंस स्टूडेंट पॉलिटिक्स में शामिल हुआ तो उस समय गोल्डी बराड़ पंजाब यूनिबर्सिटी में पढ़ाई कर रहा था। दोनों ने एक साथ छात्र राजनीति में एंट्री की, लेकिन दूसरे गुट से टकराव की वजह से जरायम की दुनिया में आ गए। इसमें एंट्री से पहले लॉरेंस बिश्नोई एलएलबी कर चुका था।
उस पर हमला, हत्या के प्रयास, डकैती समेत कई मामलों में केस दर्ज हुए। इनमें से कई मामलों में लॉरेंस बरी हो चुका है।
जेल के अंदर से किया गैंग का विस्तार
राजू आर्य ने बताया कि कई अपराधिक मामलों की वजह से लॉरेंस बिश्नोई को जेल भेज गया, जेल जाना लॉरेंस बिश्नोई को फायदे का सौदा साबित हुआ। जो काम वो जेल के बाहर से नहीं कर सकता था, वो जेल के अंदर जाकर कर पाया। दरअसल जेल के अंदर जाने के बाद वो कई गैंगस्टरों के संपर्क में आया और उनके साथ मिलकर उसने अपनी गैंग का विस्तार किया। इसी दौरान वो हथियार डीलरों के संपर्क में भी आया। धाक जमाने के लिए बिश्नोई ने लुधियाना में नगर निगम का चुनाव लड़ रहे उम्मीदवार की गोली मारकर हत्या कर दी थी। उसे राजस्थान पुलिस ने 2014 में गिरफ्तार कर लिया था।
साल 2021 में बिश्नोई को तिहाड़ जेल में शिफ्ट किया गया
उन्होंने विस्तार से जानकारी देते हुए कहा है कि लॉरेंस ने जेल में रहते हुए गैंगस्टर से नेता बने जसविंदर सिंह उर्फ रॉकी से दोस्ती की। 2016 में जयपाल भुल्लर नाम के गैंगस्टर ने रॉकी की हत्या करवा दी, जिसका बदला लेते हुए लॉरेंस ने 2020 में भुल्लर की हत्या करवा दी।
सिद्धू मूसेवाला की हत्या कराई – गिप्पी के घर कराई फायरिंग
उन्होंने यह भी बताया है कि लॉरेंस बिश्नोई का नाम अबतक जरायम की दुनिया में स्थापित हो चुका था। उसके नाम से पंजाब से लेकर दिल्ली तक फिरौती मांगी जा रही थी। इसके बाद मई 2022 में जब पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की गोली मारकर हत्या हुई तो इसकी जिम्मेदारी कनाडा में छिपे बैठे बिश्नोई के साथ गोल्ड़ी बराड़ ने ली। उसने दावा किया कि बिश्नोई गैंग ने मूसेवाला को मरवाया है। 2023 में उसकी गैंग ने एक और पंजाबी सिंगर गिप्पी ग्रेवाल के घर पर फायरिंग कराई।
करणी सेना के अध्यक्ष की करवाई हत्या
राजू आर्य ने आगे बताया कि लॉरेंस बिश्नोई अब अपराध की दुनिया का किंग बनने की राह पर था।पिछले साल दिसंबर महीने में उसने करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की जयपुर में गोली मारकर हत्या करवाई और फिर इसकी जिम्मेदारी ली।
क्या है लॉरेंस बिश्नोई गैंग की क्राइम कुंडली?
श्री आर्य ने जानकारी दी है कि लॉरेंस बिश्नोई का गैंग पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में सक्रिय है। इस गैंग की गतिविधियां विशेष रूप से मादक पदार्थों की तस्करी, जबरन वसूली, सुपारी किलिंग और अन्य संगठित अपराधों से जुड़ी हुई हैं। बिश्नोई गैंग व्यवसायियों, बिल्डरों और अन्य प्रमुख व्यक्तियों से जबरन वसूली करने के लिए कुख्यात है।
बिश्नोई गैंग सुपारी लेकर हत्या करने में भी शामिल है। पंजाब और राजस्थान जैसे राज्यों में इस गैंग की मादक पदार्थों की तस्करी में बड़ी भूमिका किसी से छुपी नहीं है।