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गर्मियों की छुट्टियों में राजस्थान के लिए चले विशेष रेलगाडिय़ां,डीआरयूसीसी सदस्य सेमलानी सहित प्रवासी मिले मंडल रेल प्रबंधक से

डॉ संजय जोशी, केसरिया हिंदुस्तान

बेंगलूरु। दक्षिण पश्चिम रेलवे बेंगलूरु मंडल रेल उपयोगकर्ता सलाहकार समिति के सदस्य अश्विन सेमलानी के नेतृत्व में राजस्थानी प्रवासियों ने गुरुवार को मंडल रेल प्रबंधक बेंगलूरु अमितेश कुमार सिन्हा से शिष्टाचार भेंट की। सेमलानी ने उन्हें राजस्थानी प्रवासियों की मांगों का एक ज्ञापन दिया। ज्ञापन में बताया कि बेंगलूरु से अजमेर के बीच चलने वाली ट्रेन संख्या 16209/16210 का ठहराव पाली जिले के जवाईबांध स्टेशन पर सुनिश्चत कराने से हजारों यात्रियों को इसका लाभ मिलेगा। जवाईबांध व इस स्टेशन के आसपास के गावों के हजारों लोग बेंगलूरु-मैसूरु में अपना व्यवसाय एवं नौकरी करते हैं। ट्रेन का ठहराव सुनिश्चित होने से कर्नाटक में रहने वाले प्रवासियों को अपने घर जाने के लिए परेशान का सामना नहीं करना पड़ेगा। उन्होंने ज्ञापन में बताया है कि कर्नाटक के बेंगलूरु, मैसूरु और हुब्बल्ली से राजस्थान के प्रमुख जयपुर, जोधपुर, अजमेर, जालोर, बाड़मेर, उदयपुर तथा कोटा शहर के लिए दैनिक ट्रेन नहीं होने के कारण राजस्थानी प्रवासियों को अपने शहर, गांव जाने में ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
बेंगलूरु, मैसूरु और हुब्बल्ली-धारवाड़ शहरों में हजारों की संख्या में राजस्थानी प्रवास करते हैं। बेंगलूरु से जोधपुर वाया भीलड़ी-जालोर अभी तक रेल की सीधी सुविधा नहीं है। बेंगलूरु से भीलड़ी-जालोर मार्ग पर वाया हुब्बल्ली, पुणे मात्र एक ही ट्रेन संख्या 14805/06 चलती है। इसमें क्षमता से अधिक यात्री भार होने के कारण लोगों को आरक्षण मिलना बहुत मुश्किल होता है। इस ट्रेन को साप्ताहिक से त्रिसाप्ताहिक करने के साथ इस मार्ग पर बेंगलूरु से जोधपुर वाया भीलड़ी-जालोर एक अतिरिक्त ट्रेन चलाई जाने की मांग की। इस अवसर पर दिलीप जैन, मूलसिंह राजपुरोहित भी उपस्थित थे। सेमलानी ने बताया कि रेलवे ने राजस्थान के विभिन्न शहरों के लिए मैसूरु व बेंगलूरु से दस जोड़ा ट्रेन चला रखी है। ताज्जुब की बात ये है कि इनमें से एक भी ट्रेन दैनिक नहीं है। बेंगलूरु-मैसूरु व यशवंतपुर से राजस्थान की ओर जाने वाली नौ ट्रेनों में से पांच साप्ताहिक व चार द्विसाप्ताहिक ट्रेन है। हाल ये है कि कर्नाटक की राजधानी से राजस्थान की राजधानी को जोडऩे के लिए मात्र दो ट्रेन हैं। इनमें एक यशवंतपुर जयपुर साप्ताहिक सुपर एक्सप्रेस वाया बल्लारी, सोलापुर व एक द्विसाप्ताहिक ट्रेन मैसूरु-जयपुर सुपरफास्ट एक्सप्रेस ट्रेन वाया काचीगुड़ा, नागपुर है। उन्होंने यह भी बताया कि एक ताजा सर्वेक्षण अनुमान के मुताबिक करीब 20 लाख से अधिक राजस्थानी प्रवासी व्यवसाय, उद्योग धंधे व नौकरी के सिलसिले में समूचे कर्नाटक में रहते हैं। त्योहार, गर्मियों की छुट्टियों व वैवाहिक सीजन में प्रवासी बंधु अपने-अपने गांव सपरिवार जाते हैं। लेकिन ट्रेनों की संख्या कम होने के कारण प्रवासियों को या तो वेटिंग टिकट में सपरिवार यात्रा करने को मजबूर होना पड़ता है या फिर राजस्थान की ओर जाने वाली बसों में जान जोखिम में डालकर यात्रा करनी पड़ती है।

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